The best Side of hanuman chalisa

युग सहस्त्र जोजन पर भानु का अर्थ क्या है? हनुमान चालीसा में सूर्य की दूरी और वैज्ञानिक तथ्यों का रहस्य

You're golden coloured, you will be shining in the lovely apparel. You have got attractive ear-rings inside your ear and curly hairs.

है परसिद्ध जगत उजियारा ॥२९॥ साधु सन्त के तुम रखवारे ।

On arriving, he found that there have been several herbs together the mountainside, and did not choose to get the incorrect herb again. So as an alternative, he grew to the size of a mountain, ripped the mountain within the Earth, and flew it back again into the battle.

Hanuman is definitely an ardent devotee of Ram and among the central people in the renowned Hindu epic, the Ramayana

दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर

BalaBalaStrength / electrical power buddhiBuddhiIntelligence / knowledge bidyaBidyaKnowledge dehuDehuGive / offer harahuHarahuClear / take away kalesaKalesaSuffering bikaraBikaraImperfections / impurity Indicating: Understanding this human body to get read more devoid of intelligence/wisdom, I bear in mind the son of wind God, Lord Hanuman; Grant me energy, intelligence and awareness and take away my bodily sufferings and psychological imperfections.

भावार्थ – वीर हनुमान जी का निरन्तर जप करने से वे रोगों का नाश करते हैं तथा सभी पीड़ाओं का हरण करते हैं।

व्याख्या – जन्म–मरण–यातना का अन्त अर्थात् भवबन्धन से छुटकारा परमात्म प्रभु ही करा सकते हैं। भगवान् श्री हनुमान जी के वश में हैं। अतः श्री हनुमान जी सम्पूर्ण संकट और पीड़ाओं को दूर करते हुए जन्म–मरण के बन्धन से मुक्त कराने में पूर्ण समर्थ हैं।

asuraAsuraDemons nikandanaNikandanaSlayer / demolish rāma RāmaLord Rama dulāreDulāreDear / Beloved That means: You are the guardian of saints and sages, the destroyer of demons, the darling of Ram.

व्याख्या– राजपद पर सुकण्ठ की ही स्थिति है और उसका ही कण्ठ सुकण्ठ है जिसके कण्ठपर सदैव श्री राम–नाम का वास हो। यह कार्य श्री हनुमान जी की कृपा से ही सम्भव है।

बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार ॥

भावार्थ – ज्ञान और गुणों के सागर श्री हनुमान जी की जय हो। तीनों लोकों (स्वर्गलोक, भूलोक, पाताललोक) को अपनी कीर्ति से प्रकाशित करने वाले कपीश्वर श्री हनुमान जी की जय हो।

[Hath=hand, Bajra=Mace as powerful as vajrayudha or diamond; au=and; dhvaja=flag; biraji=happen; kaandhe=on shoulders; munji=of munja grass; janeoo=upavita thread, sacred thread; Sajai=adorn ]

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *